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बुकर टी. वाशिंगटन और नागरिक अधिकार आंदोलन

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बुकर टी. वाशिंगटन और नागरिक अधिकार आंदोलन अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक अधिकार आंदोलन (1955-1968) का उद्देश्य अफ्रीकी अमेरिकी लोगों के खिलाफ नस्लिय भेदभाव को गैर कानूनी घोषित करना और दक्षिण अमेरिका में मतदान अधिकार को पुन: स्थापित करना था। गृहयुद्ध के बाद अश्वेतों को गुलामी से मुक्त कर दिया गया था लेकिन उसके बावजूद भी उनकी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। पुनर्निर्माण और द्वितीय विश्वयुद्ध के बीच अश्वेतों की स्थिति ओर खराब हो गई। इस दौरान बुकर टी. वाशिंगटन इनके लिए एक प्रभावशाली नेता बनकर उभरे। वाशिंगटन ने अफ्रीकी-अमेरिकियों के लिए व्यावसायिक शिक्षा और औद्योगिक शिक्षा को बढ़ावा दिया ताकि वह आर्थिक रूप से संपन्न और कुशल बन सके। पृषठभूमि दक्षिण अमेरिका में अश्वेतों ने संघर्ष कर अपने आपको दासता मुक्त कराया। अश्वेतों ने अपनी संस्थाएं बनाई जिससे अश्वेत राष्ट्रवाद का उदय हुआ। नेशनल नीग्रो कन्वेंशन जैसे कई नीग्रो संगठन बने। गृहयुद्ध के दौरान अफ्रीकी-अमेरिकी नेताओं के बीच कट्टरपंथी विचारों का विकास हुआ। बिशप एम. टर्नर, मार्टिन आर. डेलानी और अलेक्ज़ेंडर क्रूमेल ने अश्वेतों के लिए एक स्वायत्त राज्य की...

लॉवेल मिल गर्ल्स

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लॉवेल मिल गर्ल्स औद्योगिक क्रांति के दौरान, कारखानों के उदय ने कामकाजी दुनिया में महिलाओं के लिए कई दरवाजे खोल दिए। इसने उन्हें घर से बाहर काम करने के अवसर दिए। लैंगिक इतिहास पर काम करने वाले अमेरिकी इतिहासकारों के अनुसार, 19वीं सदी की अमेरिकी महिलाओं को पवित्र, विनम्र और धार्मिक माना जाता था। हालाँकि, अमेरिकी समाज में 1815 के बाद तेजी से पश्चिम की ओर विस्तार के कारण मौलिक परिवर्तन दिखना शुरू हुआ जिसने अमेरिकी लोगों को आधुनिक बनने का अवसर प्रदान किया। इस अवधि में अधिक उत्पादन के कारण वाणिज्यिक कृषि का उल्लेखनीय विकास और विस्तार हुआ, जिसने भूमिहीन किसानों को शहरी क्षेत्रों में पलायन करने के लिए मजबूर किया। इसलिए, अपने परिवार की देखभाल करने के लिए पुरुषों और महिलाओं दोनों को अब काम करने की आवश्यकता थी। इस अवधि में परिवहन और संचार क्रांति भी देखी गई जिसने लोगों की आवाजाही में सहायता की, विशेष रूप से महिलाओं ने अपने घरों से बाहर निकलने और बाहर काम करने के लिए इन तकनीकी परिवर्तनों का लाभ उठाया। परिवर्तन की इस महत्वपूर्ण अवधि में ही मैसाचुसेट्स , न्यू हैम्पशायर शहर में लॉवेल टेक्सटाइल मिल्स...

अमेरिकी पुनर्निर्माण (Historian's Debate)

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अमरीका का पुनर्निर्माण (Debate) संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में पुनर्निर्माण एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक काल है साथ ही यह सबसे अशांत और विवादास्पद युगों में से एक है क्योंकि इसके केंद्रीय मुद्दे, नागरिकों के अधिकार, संघीय सरकार की भूमिका, और आर्थिक और नस्लीय न्याय अभी भी अनसुलझे हैं। यह गृहयुद्ध के दौरान शुरू हुआ और 1877 में समाप्त हुआ। इस दौरान संघीय सरकार ने अफ्रीकी अमेरिकियों के लिए नागरिक अधिकारों जैसे मुद्दों को संबोधित करते हुए, दक्षिण को फिर से बनाने और फिर से संगठित करने और संघ में वापस लाने का प्रयास किया। पुनर्निर्माण समकालीन राजनीतिक संघर्ष और अमेरिकी सरकार की प्रकृति में दूरगामी परिवर्तनों का युग था। नए कानूनों और संवैधानिक संशोधनों ने संघीय प्रणाली और नागरिकता की परिभाषा को स्थायी रूप से बदल दिया। पुनर्निर्माण के लेखन पर बहस पुनर्निर्माण के दौरान ही शुरू हो गई थी, और विभिन्न कानूनों पर विवादास्पद बहसें और संशोधनों ने स्वतंत्रता प्राप्त करने वालों को पूर्ण नागरिक बना दिया और उन्हें इसकी अनुमति दी की दक्षिण के राजनीतिक जीवन में सक्रिय भूमिका निभाए। समकालीन पत्र-पत्रिकाओं ने उ...

अमरीका में दासता

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अमरीका में दासता अमेरिकी में दासता संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास का एक काला अध्याय था, जिसमें लाखों अफ्रीकियों को जबरन अमेरिका लाया गया और सदियों तक गुलामी में रखा गया। गुलामी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के आर्थिक और सामाजिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से दक्षिण में, जहां गुलामो से शारीरिक परिश्रम करवाया जाता था। गुलामी का उन्मूलन एक लंबी और कठिन प्रक्रिया थी जिसमें राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक कारकों के साथ-साथ उन्मूलनवादियों के प्रयास और गुलामी के खिलाफ लड़ने वालों के बलिदान शामिल थे, जिनमें खुद गुलाम भी शामिल थे। गुलामी की समाप्ति के बावजूद, इसकी विरासत ने अमेरिकी समाज को आकार देना जारी रखा, क्योंकि इसके बाद के वर्षों में अलगाव,भेदभाव और नस्लीय असमानता बनी रही। दासता के मुद्दे पर उत्तर के स्वतंत्र राज्य दक्षिण के गुलाम राज्यों से अलग हो गए थे, क्योंकि दक्षिण राज्य दासता के कारण मिलने वाले आर्थिक लाभों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे और यदि 1787 के संविधान में दासता को मान्यता नहीं दी जाती तो गुलाम रखने वाले राज्य संघ में शामिल होने से इंकार कर देते और यह राज्य दक्षि...